Saturday, December 31, 2011

दोहे- टी ई टी (T.E.T.)

दोहे- टी ई टी (T.E.T.)

जितेन्द्र कुमार जौली
यूपी मे जबसे चली, हवा बड़ी ये सर्द।
टी ई टी ने कर दिया, सबके सिर में दर्द॥

टी ई टी कानून की, पड़ी कई पर मार।
हाईकोर्ट दिखा दिया, इसने हमको यार॥

जो शिक्षण के काम को, समझ रहे थे खेल।
टी ई टी मे हो गये, अच्छे अच्छे फेल॥

नित नये हैं दिख रहे, इसमे सबको खोट।
टी ई टी पर हो गये, खर्च बहुत ही नोट॥

टी ई टी उपहार है, टी ई टी वरदान।
कठिन परिश्रम जो करे, देती उसको मान।

-जितेन्द्र कुमार जौली
अम्बेडकर नगर, दिल्ली रोड, मुरादाबाद
Jitendra Kumar Jolly