Wednesday, February 29, 2012

खिसियानी बिल्ली खम्बा नोचे

 खिसियानी बिल्ली खम्बा नोचे
                               पिछले दिनो उत्तर प्रदेश में आयोजित हुई अध्यापक पात्रता परीक्षा (टीईटी) में ऐसे लाखो अभ्यर्थी फेल हो गये जो शिक्षण कार्य को खेल समझ रहे थे या अन्य किसी बजह से परीक्षा ठीक से नही दे पाये। इनमें से कुछ अभ्यर्थी खिसियानी बिल्ली खम्बा नोचे की कहावत को चरितार्थ करने में लगे हुए हैं। वे शिक्षकों की भर्ती में बाधा उत्पन्न कर रहे है।
                              उत्तर प्रदेश में टीईटी को लेकर सैंकड़ो रिट दायर की जा चुकी हैं। इनमें से अधिकांश रिट उन लोगो के द्वारा दायर की गई हैं जो टीईटी में फेल हो गये या फेल होने से बच गये और उनके नम्बर कम हैं। ऐसे में इन्हे नौकरी पाने का स्वर्णिम अवसर अपने हाथ से जाता दिखाई दे रहा है। जिनके नम्बर कम आये हैं, वे चाहते हैं कि भर्ती प्रक्रिया हाईस्कूल से बी0एड0 तक के अंक प्रतिशत के आधार पर की जाये तथा जो फेल हो गये वो परीक्षा की विश्वसनीयता पर सवाल उठाकर सवाल उठाकर शिक्षकों की भर्ती में बाधा उत्पन्न कर रहे हैं ताकि सरकार टीईटी को रद्द करके भर्ती प्रक्रिया के स्वरुप को परिवर्तित कर दे।

-जितेन्द्र कुमार जौली

Saturday, February 25, 2012

सरकारी योजनाओं का प्रचार किया जाये

सरकारी योजनाओं का प्रचार किया जाये
                                        हमारे देश में गरीबी, बेरोजगारी एवं अशिक्षा मिटाने के लिए सरकार द्वारा अनेक योजनाएँ चलायी जा रही हैं। जैसे- गरीबों की बेटी की शादी के लिए 20 हजार रुपये देना, अनुसूचित जाति एवं जनजाति के लोगों को रोजगार के लिए कम ब्याज दर पर ऋण देना, अनेक प्रकार की छात्रवृत्ति देना एवं रोजगार योजनाएँ आदि। जो काफी हद तक गरीबों की मदद करने मे सक्षम हैं।
                                       परन्तु देश के लोगो में अज्ञानता के कारण वे इनका लाभ नहीं उठा पाते या फिर कुछ गलत लोग इन योजनाओं का प्रयोग अपने लाभ के लिए करने लगते हैं।
                                       सरकार को चाहिए कि वो अपनी समस्त योजनाओं का भली प्रकार प्रचार करे। ऐसा करने से जनता इन योजनाओं के बारे में जानेगी एवं इनसे लाभ उठाएगी, जिससे देश में व्याप्त गरीबी, बेरोजगारी एवं अशिक्षा को मिटाने में काफी मदद मिलेगी।

-जितेन्द्र कुमार जौली